Rampur News: रामपुर में छात्रावास का नाम बदलने पर दलित संगठनों में आक्रोश, विकास भवन के कर्मचारी काटते हैं हुडदंग

रामपुर में स्थित राजकीय अम्बेडकर बालक व बालिका छात्रवास का नाम बदलने पर दलित संगठनों में आक्रोश फैल गया। वहीं बालिका छात्रावास में विकास भवन के कर्मचारियों के हुड़दंग काटने पर नाराजगी जताई। बुधवार को अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के पदाधिकारियों ने डीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि मौहल्ला रोशन वाग, सिविल लाइन, रामपुर में समाज कल्याण विभाग द्वारा राजकीय डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर बालिका छात्रावास तथा राजकीय डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर बालक छात्रावास संचालित है।संज्ञान में आया है कि अचानक डॉ भीमराव अम्बेडकर बालिका छात्रावास का नाम बदल नई परम्परा डालकर "राजकीय अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास कर दिया गया है जोकि गलत है तथा भारत के करोड़ों-करोड़ो दलितों, शोषित एवं वंचित समाज के मसीहा परम पूज्य भारत रत्न बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संविधान के रचनाकार सिम्भल ऑफ नोलिज का घोर अपमान है। इस कृत्य से बाबा साहब के अनुयायियों की भावनाएं आहत हुई हैं। दलित वर्ग, शोषित वंचित समाज के लोगों में भारी आक्रोश है ।राजकीय डॉ० भीमराव अम्बेडकर बालिका छात्रावास में समाज कल्याण विभाग में कार्यरत कई कर्मचारी भी रहते हैं जो कि नियम विरूद्ध है।आग्रह किया गया है कि छात्रावास का परिवर्तित नाम बदलकर तत्काल पूर्व में लिखित नाम राजकीय डॉ० भीमराव अम्बेडकर बालिका छात्रावास  किया जाए तथा विकास भवन में कार्यरत कर्मचारियों को बालिका छात्रावास में रहने व रूकने पर प्रतिबंधित किया जाए। उक्त वांछित कार्यवाही तत्काल नहीं की गयी तो अखिल भारतीय अम्बेडकर युवक संघ के नेतृत्व में दलित समाज आन्दोलन करने को बाध्य होगा जिसका पूर्ण उत्तरदायित्व जिला प्रशासन का होगा। ज्ञापन सौंपने बालों में जिलाध्यक्ष महावीर सिंह, राजेश खन्ना, रामौतार बौद्ध, सत्यपाल सिंह बादल, राजाराम अम्बेडकर, नरेश गौतम, हरिओम रवि, भीम प्रिय गौतम, राजीव अम्बेडकर आदि थे।

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