मंगलवार को घोषित हुए आईएस के परीक्षा परिणाम में रामपुर जिले के अरुण कुमार ने भी बाजी मार ली। परीक्षा में पास हुए कुल 1009 अभ्यर्थियों में उन्होंने 911 वीं रैंक हासिल की है। उनकी इस अपार सफलता से परिवार के साथ साथ पूरे गांव में जश्न का माहौल है। फिलहाल अरुण दिल्ली में हैं। सभी उनके गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। अरुण कुमार मिलक तहसील क्षेत्र के रठौण्डा का मझरा गांव के निवासी हैं। वह दलित परिवार से हैं तथा उनके पिता किसान है। अरुण ने प्रारंभिक पढ़ाई अपने गांव स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय से शुरू की। इसके बाद कक्षा 6 से 10 तक उन्होंने नेताजी सुभाष इंटर कालेज में शिक्षा हासिल की। दसवीं की परीक्षा पास कर 11 वी में उन्होंने नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में दाखिला लिया और बर्ष 2016 में 12 वीं की परीक्षा परिणाम में एक शानदार मुकाम हासिल किया। इसके बाद स्नातक करने के लिए वह दिल्ली चले गए और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कालेज से स्नातक व परास्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके साथ साथ वह सिविल सर्विस की तैयारी भी करते रहे तथा कठिन परिश्रम के साथ आईएएस की परीक्षा पास करने में जुट गए। अंततः मात्र दो बर्षों के कठिन परिश्रम के बाद उन्होंने बर्ष 2024 में दूसरी बार आईएएस की परीक्षा दी और उन्हें शानदार सफलता हासिल हो गयी। अरुण कुमार छः भाई बहन हैं। अरुण अपने तीनों भाइयों में सबसे छोटे हैं। अरुण की सबसे बड़ी बहन संतोष कुमारी जिनका विवाह हो चुका है वह शाहजहांपुर के कांठ थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। बाकी दो भाई और दो बहनें भी अभी अविवाहित हैं। अरुण की मझली बहन ने विज्ञान वर्ग से स्नातक कर लिया है और वह भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी है। छोटी बहन इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर डॉक्टर बनने की तैयारी कर रही हैं। अरुण की माता देवकी देवी गृहणी है तथा पिता बृजकिशोर किसान हैं। वह किसानी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। पिता बताते हैं कि डॉ आंबेडकर की विचारधारा उनके जीवन मे हमेशा सिर चढ़कर बोलती रही और उन्होंने बाबा साहब की विचारधारा से ही संपूर्ण परिवार का पालनपोषण किया है। जिसके परिणामस्वरूप उनके पुत्र अरुण कुमार ने बहुत ही कम उम्र देश की सबसे बड़ी परीक्षा पास कर ली है। बेटियां भी सुनहरा भविष्य बनाने में जुटी हुई हैं। अरुण की इस अपार सफलता से गांव में जश्न का माहौल है। उनके घर पर बधाई देने बालों का तांता लगा हुआ है। गांव के लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर गांव की उपलब्धि की बधाई दे रहे हैं।
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6 टिप्पणियाँ
बहुत-बहुत बधाई अरुण और उनके पूरे परिवार को । हमारी यही दुआ है कि आप हमेशा प्रकाशमान रहें.....तथास्तु.....जय भीम जय भारत
जवाब देंहटाएंMeri aur se arun ji ko agrim bhavishya ke liye bahut bahut shubhkamnaye aur badhai tatha unke pita ji sri brijkishor ji ko sadar naman
जवाब देंहटाएंDalit Samaj ke chamakte hue sitare ko hamare Parivar ki taraf se bahut bahut badhai ho aise hi hamare Samaj Ke log aage badhate rahen aur Aasman ko chhuye
जवाब देंहटाएंDear Arun bhai is desh ki uchch exam me mili apaar safalta k lia aap tatha aap ke poore pariwar khasker aap k pitaji ko bahut bahut badhai
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंजय भीम जय संविधान
होनहार बच्चे और उनके परिवार को बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
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